हिंदी Motivational Story : [आशावादी और निराशावादी] Optimist Vs Pessimist

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By Guruji Sunil Chaudhary

Optimist वो होता है जिसे हर चीज में अच्छाई नजर आती है , जबकि Pessimist को हर अच्छाई में बुराई नजर आती है , ये OPPORTUNITY में भी DIFFICULTY देखते हैं।

इस स्टोरी में आपको Optimist और  Pessimist में DIFFERENCE बताने की कोशिश करूँगा।

एक बार एक राजा था और  सेनापति उसका दोस्त था।  सेनापति एक  OPTIMIST  इंसान था, वो हर बात पर बोलता था बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया।  एक दिन राजा अपनी धारदार तलवार को साफ़ कर रहा था , तो साफ़ करते हुए अचानक तलवार राजा के हाथ से फिसल गयी और राजा के पैर पर गिर गयी और राजा का अंगूठा कट गया , इतने में सेनापति  बोलने  लगा बहुत बढ़िया बहुत बढ़िया।

राजा उसे सुनकर बोले इसमें  क्या बढ़िया हुआ और राजा ने गुस्से में आकर सेनापति को जेल में कैद करवाने का हुक्म दे दिया , फिर सेनापति बहुत बढ़िया बोलने लगा तो राजा ने  कहा सेनापति पागल हो गया और सिपाहियों को आदेश दिया इसे कैद करके कोड़े मारो और कुछ  समय बाद फाँसी पर  लटका देने का आदेश दिया।

कुछ दिन बाद  राजा सैनिकों  के साथ  शिकार खेलने जंगल जाता है तो भटकते हुए राजा अकेले छूट जाता  है, तो कुछ आदिवासी  राजा को देख लेते हैं तो वो देवी को खुस करने के लिए बली के लिए राजा को उठाकर ले जाते हैं , जैसे वो राजा को निर्वस्त्र करके नहलाने लगते हैं तो उनकी नजर राजा के कटे हुए अंगूठे पर जाती है तो उनमे से कोई कहता है की अपूर्ण बलि देवी स्वीकार नहीं करेगी और वो राजा को छोड़ देते हैं , राजा भागते हुए महल की तरफ जाता है जहा सेनापति को फांसी पर लटकाया ही जाने वाला था , राजा उसके पैर पड़ते हुए माफ़ी मांगता है और रिहा करता है , और पूरी कहानी बताता है।  सेनापति फिर बोलता है  बहुत बढ़िया।

तो राजा उससे गुस्से से बोलता है  मेरे साथ तो बढ़िया हुआ कटे हुए अंगूठे की वजह से मेरी जान बच गयी पर ये बताओ तुम्हारे साथ तो बहुत बुरा हुआ।  सेनापति बोलता है महाराज अगर  आप मुझे कैद में नहीं रखते तो में भी आपके साथ शिकार खेलने गया होता और वो आदिवासी आपकी जगह पर बली चढ़ा देते तो ये मेरे लिए बढ़िया  हुआ।

चीजे कैसी दिखती हैं ये IMPORTANT नहीं है , आप कैसे देखते हो ये IMPORTANT है। 

ये कहानी बहुत उत्साहवर्धक है – कृपया इसे ज्यादा से ज्यादा शेयर करें

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